भाजपा विधायक विमलेश ने कहा-'मेरे भाई पर डकैती का मुकदमा आपात काल जैसा'


         गोरखपुर : छात्रसंघ चौराहे पर स्थित होप पैनेशिया हॉस्पिटल पर कब्जे के विवाद में भाजपा सांसद कमलेश पासवान पर डकैती का मुकदमा दर्ज होने पर विधायक भाई डा. विमलेश पासवान ने सांसद के पक्ष में अब कमान संभाल ली है। बांसगांव विधानसभा से विधायक विमलेश ने कहा है कि 25 जून को दर्ज किया गया यह केस आपातकाल जैसा प्रतीत हो रहा है। उन्होंने पुलिस की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि जनता में विश्वास कायम रखने के लिए सांसद पर दर्ज मुकदमा तत्काल खारिज किया जाना चाहिए।
शुक्रवार को बांसगांव से भाजपा विधायक डा. विमलेश पासवान ने सांसद भाई के पक्ष में एक विज्ञप्ति दर्ज कर मुकदमे को फर्जी करार दिया है। सांसद पर दर्ज मुकदमे को खारिज करने की मांग करते हुए विमलेश ने कहा है कि 25 मार्च 1974 को देश में आपातकाल लगा था। इसी तारीख को सांसद पर मुकदमा दर्ज करने की पुलिसिया कार्रवाई भी की गई जो आपातकाल जैसी प्रतीत होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद की छवि धूमिल करने के लिए साजिशन यह मुकदमा दर्ज हुआ है। विमलेश ने कहा है कि जब पुलिस सांसद के साथ ऐसा कर सकती है तो आम आदमी न्याय से वंचित ही रहेगा।
विमलेश ने कहा कि ये सब पुलिस क्यों और किसके दबाव में कर रही है, यह जांच का विषय है। सांसद  कमलेश पासवान कम्पनी अधिनियम 2013 के नियमों के अनुसार ही संचालक मंडल के निर्देशक बने हैं। कुछ लोग जबरिया होप पैनेशिया हास्पिटल पर कब्जा करना चाहते थे। अपने मंसूबे में कामयाब न होने पर सांसद की राजनैतिक छवि खराब करने की कोशिश में लगे हैं। अब गोरखपुर पुलिस भी उन्हीं के साथ कदमताल कर रही है।
हॉस्पिटल का मामला कोर्ट में लंबित होने के बावजूद कुछ लोगों ने जबरन कब्जा की कोशिश की। चुने हुए जन प्रतिनिधि के जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया जिसका विडियो फुटेज भी मौजूद है। बावजूद इसके दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने सांसद के ऊपर ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके पूरे मामले में 48 घंटे से अधिक समय तक पुलिस क्या कर रही थी? जिनके विरुद्ध साक्ष्य मौजूद था उनके उपर कार्रवाई करने से पुलिस क्यों बच रही है? 
विधायक ने दी डॉ. प्रमोद के खिलाफ एक और तहरीर
पैनेशिया हास्पिटल को लेकर डा. प्रमोद सिंह पर एक और आरोप लग गया है। अब बशारतपुर आम बाजार निवासी रवि प्रकाश श्रीवास्तव ने डा. प्रमोद सिंह पर जालसाजी कर रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए कैंट थाना में तहरीर दी है। उनका आरोप है डा. प्रमोद सिंह ने उन्हें और व्यापारी भाई विपिन तथा विवेक अग्रवाल के साथ शेयर बेचने के नाम पर जालसाजी करते हुए रुपये हड़प लिए हैं। 
तहरीर में रवि श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि पैनेशिया लाइफ हेल्थजोन प्राइवेट लिमिटेल कम्पनी में अपना 60 प्रतिशत शेयर बताकर वर्ष 2018 में प्रमोद सिंह ने उनसे कहा कि वह अपने हिस्से का शेयर बेचना चाहते हैं। उन्होंने शेयर के बदल तय रकम की डिमांड की। उन्होंने अपना शेयर सर्टिफिकेट भी दिखाया। उनकी बात पर विश्वास करके मैं शेयर खरीदने के लिए तैयार हो गया।
प्रमोद सिंह ने कहा कि मेरे सहयोगी अनिल सिंह भी शेयर होल्डर हैं और शेयर खरीदने के लिए आपके अतिरिक्त विपिन अग्रवाल और विवेक अग्रवाल भी तैयार हैं। डॉ. प्रमोद सिंह और उनके सहयोगी अनिल सिंह ने एक कूटरचित मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) 11 अक्टूबर 2018 को तैयार कराकर स्वयं को उक्त पैनेशिया कंपनी के शेयर होल्डर के रूप में प्रतिरूपण करके होटल क्लार्क, सिविल लाइन्स, गोरखपुर पर हस्ताक्षर कराकर उन्हें व व्यापारी विपिन अग्रवाल तथा विवेक अग्रवाल के पक्ष में अपना कथित शेयर ट्रान्सफर करने के एवज में  11-11 लाख रुपये का दो चेक लेकर भुगतान करा लिया। वहीं विपिन अग्रवाल ने डॉ प्रमोद सिंह के बैंक खाता में आरटीजीएस के जरिये  पांच लाख रुपया और आठ लाख रुपया बैंक ट्रान्सफर किया। इसके अलावा डॉ० प्रमोद सिंह ने उनसे विभिन्न तिथियों पर कई बार में लाखों रुपया नगद भी ले लिए जिसके भी सबूत हैं।
डॉ. प्रमोद सिंह व अनिल सिंह शेयर ट्रान्सफर का झांसा देकर झूठ बोलते रहे बाद में हमलोगों ने छानबीन की तो पता चल गया कि डॉ. प्रमोद सिंह व अनिल सिंह के नाम से पैनेशिया लाइफ हेल्थजोन प्रालि का कोई शेयर ही नहीं है, जो शेयर सर्टिफिकेट डॉ. प्रमोद सिंह ने प्रार्थी को दिखाया था वह भी जाली व कूटरचित था जिसे डॉ. प्रमोद सिंह व अनिल सिंह ने तैयार किया था। इस बीच हमलोगों को यह भी पता चला कि डॉ. प्रमोद सिंह “होप मल्टीस्टेट मल्टीलेवल कोआपरेटिव सोसाइटी” चलाते हैं और उनके द्वारा कई जिलों के हजारों लोंगों के करोड़ो रुपए हड़प चुके हैं । इस ठगी के बारे में कई मुक़दमे डॉ. प्रमोद सिंह के विरुद्ध कई जिलों में दर्ज है। उन्हीं बकायेदारों का रुपया वापस करने के लिए लोंगों को ठग कर रुपया ऐंठते रहते हैं| डॉ. प्रमोद सिंह व अनिल सिंह ने अपराधिक साजिश के तहत झांसा देकर, छलपूर्वक, कूटरचित एमओयू बनाकर शेयर ट्रान्सफर के नाम पर मेरा और विपिन अग्रवाल व विवेक अग्रवाल का लाखों रूपया हड़प लिया है|


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