गोरखपुर : कैंट पुलिस ने प्रापर्टी डीलर विजय राय के खुदकुशी करने के मामले में गुरुवार को दो नामजद और अज्ञात दोस्तों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उत्प्रेरित करने के आरोप में केस दर्ज किया है। नामजद दोनों आरोपित भी जमीन के कारोबारी हैं। विजय राय की पत्नी ने उन पर पति का लाखों रुपये हड़प लेने, उत्पीडऩ करने और धमकी देने का आरोप लगाया है।
सृष्टि-इंद्रा डेवलपर्स के संचालक अक्षय उर्फ हर्षित मिश्र तथा बाला जी इन्फ्रास्ट्रेक्चर के संचालक अभिषेक पांडेय को इस मामले में नामजद अभियुक्त बनाया गया है। 18 जून को विजय राय ने नंदानगर रेलवे क्रासिंग पर ट्रेन के आगे कूद जान दे दी थी। उनकी पत्नी अन्नू राय ने बुधवार को डीआईजी और एसएसपी से मिलकर साथी दो प्रापर्टी डीलरों और उनके दोस्तों को पति की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि विजय राय पहले बाला जी इन्फ्रास्टेक्चर और बाद में सृष्टि-इंद्रा डेवलपर्स में सेल्समैन का काम करते थे। आरोप है कि जमीन के कारोबार से जुड़ी दोनों फर्मों के संचालकों पर विजय राय का लाखों रुपये बकाया है। दोनों ने रुपये देने से मना कर दिया था। इतना ही नहीं सृष्टि-इंद्रा डेवलपर्स के संचालक हर्षित मिश्र ने विजय की सफारी गाड़ी भी चोरी कर ली। इस संबंध में कैंट थाने में मुकदमा भी दर्ज है।
रुपये लौटाने का दबाव बनाने पर दोनों प्रापर्टी डीलरों ने विजय राय को धमकी देने के साथ ही उनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न शुरू कर दिया। जिससे परेशान होकर उन्होंने खुदकुशी कर ली। डीआईजी और एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र के साथ विजय राय की पत्नी ने दोनों प्रापर्टी डीलरों पर रुपये बकाया होने और उत्पीडऩ करने के सबूत भी दिए। अधिकारियों ने आरोपों की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इस आधार पर कैंट पुलिस ने दोनों प्रापर्टी डीलरों और उनके अज्ञात दोस्तों पर धमकी देने और खुदकुशी के लिए उत्प्रेरित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
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