गोरखपुर : डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के सामने गोरखपुर के सांसद रविकिशन और नगर विधायक डा.राधा मोहन दास अग्रवाल ने दुविधा पैदा कर दी है कि वे दोनों में से किसकी बात मानें। विधायक ने जहां जलभराव को लेकर एक इंजीनियर को हटाने की मांग की है वहीं सांसद ने प्रोजेक्ट पूरा होने तक उसे उसकी जगह पर बने रहने देने के लिए डिप्टी सीएम को पत्र लिखा है।
मामला,गोरखपुर से देवरिया मार्ग पर उत्तर ओर बसी कालोनियों में जलभराव का है। विधायक डा.राधा मोहन दास अग्रवाल ने इस जलभराव के लिए सहायक अभियंता के.के.सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए डिप्टी सीएम और प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य से उन्हें तत्काल हटाने की मांग की थी। शनिवार को विधानसभा में भी उन्होंने जलभराव पर सवाल उठाया था। विधायक के मुताबिक उन्होंने इस सम्बन्ध में डिप्टी सीएम से मुलाकात की तो उन्होंने सहायक अभियंता को लखनऊ से अटैच करने का आदेश दिया। विधायक ने डिप्टी सीएम के साथ अपनी फोटो ट्वीट करके भी इसकी जानकारी दी थी।
यह कार्यवाही अभी चल ही रही थी कि रविवार को सांसद ने अभियंता को उनके पद पर प्रोजेक्ट पूरा होने बने रहने देने के लिए डिप्टी सीएम को पत्र लिख दिया। सांसद ने तर्क दिया कि सहायक अभियंता को हटाए जाने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता वाले गोरखपुर-देवरिया मार्ग के चौड़ीकरण का काम प्रभावित हो जाएगा। उन्होंने अभियंता को मेहनती, कर्मठ और दक्ष भी बताया। जलभराव की समस्या के बारे में उन्होंने कहा कि देवरिया रोड को ऊंचा किए जाने की वजह से यह समस्या नहीं हुई है। समस्या के समाधान के लिए ही नाले का निर्माण किया जा रहा है।
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