डॉ0 एस0 चंद्रा
लखनऊ : यूपी में अब जाति लिखकर फर्राटा भरने वाले वाहनों की खैर नहीं होगी। ऐसे वाहनों को सीज करने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके लिए अपर परिवहन आयुक्त ने सभी आरटीओ को निर्देश जारी किए हैं। दरअसल अक्सर देखा जाता है कि लोग बाइक, रिक्सा, कार, ट्रक, टैम्पो, ट्रैक्टर व ई-रिक्शा में जाट, यादव, यदुवंशी, क्षत्रिय, ब्राम्हण, कुरैशी, पठान आदि अन्य जातियां लिखवाकर सड़कों पर वाहन दौड़ाते है। इसको लेकर महाराष्ट्र के एक शिक्षक हर्षल प्रभु ने आईजीआरएस पर प्रधानमंत्री मोदी को शिकायती पत्र लिखकर उनका ध्यान इस तरफ आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि यूपी में दौड़ते जातिवादी वाहनों को सामाजिक सिस्टम के लिए खतरा है।इसलिए परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों को सीज करने के आदेश प्रधानमंत्री कार्यालय से आए निर्देश पर जारी किए हैं। उन्होंने लिखा कि उप्र व कुछ अन्य राज्यों में वाहनों पर जाति लिखकर लोग गर्व महसूस करते हैं। इससे सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचता है। यह कानून के खिलाफ है। भारत वैसे भी जाति आधारित अपराधों के प्रति संवेदनशील है। इसलिए इस पर तुरंत रोक लगानी चाहिए। जिसके बाद पीएमओ ने यह शिकायत उत्तर प्रदेश भेजी। इस पर अपर परिवहन आयुक्त मुकेश चंद्र ने ऐसे वाहनों के खिलाफ तुरंत अभियान चलाने का आदेश दिया है।उन्होंने सभी आरटीओ से कहा है कि 'जाति' चाहे वाहन पर लिखी हो या नंबर प्लेट पर, ऐसे वाहनों को तुरंत सीज करने की कार्यवाही की जाए। उप परिवहन आयुक्त कानपुर डीके त्रिपाठी ने बताया कि वाहनों पर या नंबर प्लेट पर जातिसूचक शब्द नहीं लिखे जाने चाहिए। उल्लंघन पर वाहन सीज किया जाएगा। हमारी प्रवर्तन टीमों के मुताबिक औसतन हर बीसवें वाहन पर जाति लिखी पाई जाती है। मुख्यालय ने ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। कानपुर जोन के सभी आरटीओ को तुरंत कार्रवाई को कहा गया है।
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