डॉ० एस० चंद्रा
*जांच में सही मिले थे आरोप*
दारोगा ने दूसरे पक्ष की लड़की की तरफ से घर में घुसकर मारपीट और छेड़खानी की धारा में केस दर्ज किया थे । महिला ने एसएसपी से दारोगा की शिकायत की। एसएसपी ने सीओ गोला श्यामदेव विंद को जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया था। जांच में महिला के आरोप सही पाए गए। इसके बाद जिस थाने में दारोगा विवेक चतुर्वेदी तैनात था उसी थाने में 23 दिसम्बर 2020 में उसके खिलाफ भ्रष्टाचार की धारा में एफआईआर दर्ज हुई थी। हालांकि तब से अब तक पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है 2018 बैच के दारोगा विवेक चतुर्वेदी मई महीने में गोला थाने में तैनात हुआ रहे । थाने के हल्का नंबर चार की इंचार्जी उसे दी गई थी। 21 दिसंबर को वह 20 दिन की छुट्टी से वापस लौटा था। जब उसके खिलाफ केस दर्ज हुआ तब वह जीडी के मुताबिक क्षेत्र में गश्त पर निकला था। मुकदमे की जानकारी के बाद गिरफ्तार होने की डर से वह थाने पर नहीं लौटा और क्षेत्र से ही फरार हो गया। थाने की जीडी में अभी भी वह क्षेत्र में गश्त ही कर रहा है और अभी तक उसकी वापसी नहीं हुई है
*बोले सीओ गोला....*
सब इंस्पेक्टर विवेक चुर्तेवदी की तलाश में गाजीपुर स्थित उसके घर व अन्य ठिकानों पर दो बार पुलिस दबिश डाल चुकी है। गोरखपुर में रहने वाले ठिकानों पर भी पुलिस गई थी लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। यदि जल्द ही वह सरेंडर नहीं करता है तो उसके खिलाफ कोर्ट से 82-83 का आदेश लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी
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