डॉ0 एस0 चंद्रा
आजमगढ़ :सीएमओ कार्यालय पर सोमवार की दोपहर में गोरखपुर की एंटीकरप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ सहायक शोध अधिकारी को गिरफ्तार किया। वह एक अस्पताल के नवीनी करण के लिए अस्पताल संचालक से रुपये ले रहा था। एंटी करेप्शन की टीम के उपनिरीक्षक ने सहायक शोध अधिकारी के विरूद्ध नगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
तरवां थाना क्षेत्र के रहने वाले डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव का तरवां बाजार में में अस्पताल है। अस्पताल का रजिस्ट्रेशन व नवीनीकरण के लिए डॉ. मनोज ने आनलाइन आवेदन किया था। प्रक्रिया पूरी होने के बाद सीएमओ कार्यालय से प्रमाण पत्र दिया जाना था। डॉक्टर ने बताया कि प्रमाणपत्र देने के लिए सीएमओ कार्यालय में तैनात सहायक शोध अधिकारी उससे पैसे की मांग कर रहा था। बात चीत के दौरान पांच हजार में बात तय हो गई। डॉक्टर ने एक स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से गोरखपुर की एंटीकरेप्शन टीम सें संपर्क किया। निरीक्षक रामधारी मिश्रा के नेतृत्व में एंटी करप्शन के निरीक्षक चंदे्रश यादव, एके सिंह, चंद्रभान मिश्र, शैलेन्द्र राय, शैलेन्द्र सिंह सोमवार को जनपद में पहुंचे। घूसखोर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
जिलाधिकारी से अनुमति मिलने पर सरकारी विभाग के दो गवाहो के साथ एंटी करप्शन की टीम सीएमओ कार्यालय पहुंची। योजना के अनुसार पीड़ित डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव सीएमओ कार्यालय पहुंचे। निधारित रिश्वत का पैसा सहायक शोध अधिकारी को दिए। सहायक शोध अधिकारी पैसा लेकर गिनने लगा। इसी बीच एंटी करेप्शन की टीम ने उसे पकड़ लिया। एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से सीएमओ कार्यालय में हड़कंप मच गया। कार्यालय के लोग विरोध करना चाहे। टीम के समझाने पर मान गए। एंटी करप्शन की टीम सहायक शोध अधिकारी को लेकर कोतवाली आई। देर शाम तक कार्रवाई जा रही है। नगर कोतवाली प्रभारी केके गुप्ता ने बताया कि एंटी करप्शन के निरीक्षक रामधारी मिश्र की तहरीर पर सहायक शोध अधिकारी आरके सिंह निवासी देवरिया जनपद के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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