गोरखपुर, जिले में 1.6 लाख लाभार्थी परिवार ऐसे हैं जिनके किसी भी सदस्य के पास अभी तक आयुष्मान कार्ड (गोल्डेन कार्ड) उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे लोगों के परिवार में कम से कम एक सदस्य का गोल्डेन कार्ड बन जाए इसके लिए 26 जुलाई से नौ अगस्त तक आयुष्मान पखवाड़ा अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत लक्षित परिवारों को कैंप तक लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिला प्रशासन की अगुआई में अन्य विभाग भी समन्वित प्रयास करेंगे।
आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल सिंह ने बताया कि इस संबंध में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद का पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र के अनुसार जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय के दिशा-निर्देश पर विभिन्न विभागों की वर्चुअल बैठक भी करायी जा चुकी है। अभियान का माइक्रोप्लान अंतिम चरण में है। इससे पूर्व दस मार्च से 31 मार्च तक भी आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों के लिए अभियान चला था लेकिन शत-प्रतिशत परिवारों ने गोल्डेन कार्ड बनवाने में रूचि नहीं दिखायी। इस बार प्रयास होगा कि हर एक परिवार तक कम से कम एक कार्ड की सुविधा उपलब्ध करायी जाए।
आशा-आरोग्य मित्र पाएंगे प्रोत्साहन राशि
नोडल अधिकारी डॉ. सिंह ने बताया कि योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संचिता मल्ल, जिला सूचना एवं तकनीकी प्रबंधक शशांक शेखर और जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पांडेय की टीम अभियान की तैयारी में जुटी है। शासन से प्राप्त पत्र के अनुसार आयुष्मान कार्ड अभियान में जुटीं आशा कार्यकर्ता और विशेष रूप से लगाए गए आरोग्य मित्र को प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी। किसी परिवार में एक कार्ड बनवाने पर पांच रुपये, जबकि एक से अधिक कार्ड बनवाने पर 10 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत उन्हीं लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनता है जिनका सूची में नाम हो। टोल फ्री नंबर 180018004444 या 14555 पर फोन लगाकर कोई भी पता कर सकता है कि वह योजना का लाभार्थी है या नहीं।
आयुष्मान पखवाड़े में कैंप का मानक
• कैंप किसी सार्वजनकि स्थान जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र या प्राथमिक विद्यालय पर लगेगा।
• कैंप स्थल पर आयुष्मान कार्ड कैंप का बैनर लगाना अनिवार्य होगा।
• कैंप स्थल पर बिजली, पानी आदि की व्यवस्था होनी चाहिए।
• लक्षित लाभार्थी परिवारों की सूची कैंप स्थल पर चस्पा कर दी जाएगी।
ऐसे सुनिश्चित होगी कैंप की सफलता
• पंचायती राज निकाय के जनप्रतिनिधियों को कैंप से जोड़ा जाएगा।
• लाभार्थियों का ग्रामवार और वार्डवार सूची ग्रामसभा और वार्ड के नोटिस बोर्ड पर चस्पा होगा।
• आशा कार्यकर्ता द्वारा कैंप से पहले लाभार्थी के परिवार को सूचना दी जाएगी।
• पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग व आईसीडीएस के नोडल अधिकारी भी होंगे।
• सभी सीएचसी-पीएचसी पर नोडल टीम का गठन भी किया जाएगा।
आयुष्मान कार्ड के आवश्यक दस्तावेज
• मूल राशन कार्ड (अनिवार्य)
• मूल आधार कार्ड (अनिवार्य)
• वोटर आईडी कार्ड (अनिवार्य)
• प्रधानमंत्री का मूल पत्र अगर प्राप्त हुआ हो तो
• मुख्यमंत्री का मूल पत्र अगर प्राप्त हुआ हो तो
जिले में 3.6 लाख लाभार्थी परिवार
योजना के जिला सूचना एवं तकनीकी प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि जिले में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और मुख्यमंत्री आयुष्मान योजना के करीब 3.6 लाख लाभार्थी परिवार हैं। इन परिवारों में से करीब 3.44 लाख लोगों के ही आयुष्मान कार्ड बने हैं। अभियान के बाद आयुष्मान कार्ड धारकों की संख्या में अपेक्षित बढ़ोत्तरी होगी।
आयुष्मान कार्ड के फायदे
योजना के जिला शिकायत प्रबंधक विनय कुमार पाण्डेय ने आरोग्य कार्ड के फायदे के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्ड के रखने से अस्पताल पहुंचने पर लाभार्थी का कीमती समय बचता है। कार्ड होने पर आरोग्य मित्र वेरीफाई कर मरीज का तुरंत इलाज शुरू करवा देते हैं। कार्ड पर क्यूआर कोड होता है जिसे स्कैन करके तुरंत लाभार्थी का वेरीफिकेशन हो जाता है। योजना के लाभार्थी अपना आरोग्य कार्ड किसी भी जन सुविधा केन्द्र,योजना में आबद्ध निजी अस्पताल एवं सरकारी अस्पताल मे निशुल्क बनवा सकते हैं । मरीजों को इलाज में सहूलियत देने के मकसद से कार्ड की व्यवस्था लागू की गयी है।
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